अपोलो मार्केट में बन रही दुकानों पर लगी रोक
सार्वजनिक रास्ते पर चल रहे निर्माण को एसडीएम ने रोका,पुलिस ने बंद कराया निर्माण, शरद अग्रवाल और अखिलेश असाटी को नोटिस जारी....
छतरपुर। छतरपुर के बस स्टैण्ड क्षेत्र में मेसर्स जटाशंकर इन्फ्राटैक प्राईवेट लिमिटेड के माध्यम से शरद अग्रवाल और अखिलेश असाटी द्वारा बनाए जा रहे अपोलो क्रॉस रोड मार्केट में चल रहे एक निर्माण कार्य को सिटी कोतवाली पुलिस ने बंद करा दिया। दरअसल सिटी कोतवाली पुलिस ने उक्त निर्माण कार्य को छतरपुर अनुविभागीय अधिकारी न्यायालय के द्वारा जारी एक स्थगन आदेश के कारण बंद कराना पड़ा। शिकायतकर्ता अजय अग्रवाल एवं भूमिका अग्रवाल ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई थी। अपोलो क्रॉस रोड मार्केट में एक सार्वजनिक रोड पर बनाई जा रही दुकान को लेकर एसडीएम न्यायालय में दर्ज किए गए वाद के चलते इस निर्माण कार्य पर एसडीएम के द्वारा स्थगन आदेश जारी किया गया था।
शिकायतकर्ता अजय अग्रवाल मम्मू ने जानकारी देते हुए बताया कि उनके द्वारा अपोलो क्रॉस रोड मार्केट में एक डबल रोड की दुकान खरीदी गई थी। यह दुकान जटाशंकर इन्फ्राटैक प्राईवेट लिमिटेड कंपनी के मालिक शरद अग्रवाल और अखिलेश असाटी ने बेची थी। जब उन्होंने इस दुकान की रजिस्ट्री कराई थी जब इसमें दोनों तरफ मार्ग प्रदर्शित थे और नगर एवं ग्राम निवेश कार्यालय के नक्शे में भी उक्त स्थान पर सार्वजनिक रास्ता ही प्रस्तावित था लेकिन एक महीने पहले शरद अग्रवाल और अखिलेश असाटी की नियत डोल गई और उन्होंने इस सार्वजनिक रास्ते पर ही दुकान बनाने के लिए निर्माण कार्य शुरु कर दिया। चूंकि सार्वजनिक रास्ते पर बन रही यह दुकान लगभग 2 करोड़ मूल्य में बेची जा रही है इसलिए टीएनसी के नक्शे और उपभोक्ता की शिकायत की परवाह किए बगैर यह निर्माण कार्य जारी रहा। इसी बीच शिकायकर्ता अजय अग्रवाल मम्मू ने इस मामले में एसडीएम न्यायालय पहुंचकर वाद दर्ज करा दिया। एसडीएम न्यायालय में सभी दस्तावेजों को देखते हुए प्रथम दृष्टया इस मामले में स्थगन आदेश जारी कर दिया और शरद अग्रवाल व अखिलेश असाटी को नोटिस जारी कर उनसे दस्तावेज मांगे हैं। शिकायकर्ता अजय अग्रवाल का कहना है कि यदि सार्वजनिक रास्ते पर चल रहा यह निर्माण कार्य एसडीएम के स्थगन आदेश के बाद भी चलाया जा रहा था, जिसकी शिकायत उन्होंने कोतवाली पुलिस से की और पुलिस ने स्थल पर पहुंचकर निर्माण कार्य रुकवा दिया है एवं निर्माण कार्य करने वाले शरद अग्रवाल तथा अखिलेश असाटी को समझाइश दी है।